कभी-कभी हम दुखी होते हैं और अपना दुख व्यक्त करना चाहते हैं। इसलिए सामाजिक नेटवर्क पर अपनी आंतरिक व्यथा को व्यक्त करने के लिए सैड शायरी सबसे अच्छा विकल्प है। यहाँ हम इस पृष्ठ पर हिंदी में सद शायरी का एक बड़ा संग्रह ले रहे हैं। आप अपनी मनोदशा के अनुसार सभी प्रकार की शायरी का चयन या चयन कर सकते हैं और जहाँ चाहें वहाँ साझा कर सकते हैं।
परेशान होने का बहुत कारण है। और इन दिल के बोझ से छुटकारा पाने का सबसे अच्छा तरीका है दुखद कविता, सद शायरी और उदास एसएमएस को पढ़कर। आप इस पृष्ठ पर छवियों के साथ बड़ी संख्या में दुखद उद्धरण पा सकते हैं।
अकेले ही गुज़रती है ज़िन्दगी !
लोग तसल्लियाँ तो देते है पर साथ नहीं !!
नाराजगी बता रही है, रिश्तो में आज भी अपनापन है |
नजरे करम मुझ पर इतना न कर कि,
तेरी मोहब्बत के लिए बागी हो जाऊं,
मुझे इतना ना पिला इश्क-ए-जाम,
कि मैं इश्क में जहर का आदि हो जाऊं.
बुरा वही बनता है, जो अच्छा बनकर टूट जाता है |
मुस्कुराना तो मेरी मजबूरी बन गई है, उदास रहूंगी तो लोग
समझेंगे कि मोहब्बत में हार गई.....
झूठ हैं वो लोग जो कहते हैं, आदमी रो
नहीं सकता, पूछने वाले चाहिए रे…
आज कल वो हमसे डिजिटल नफरत करते हैं,
हमें ऑनलाइन देखते ही ऑफलाइन हो जाते हैं..
aaj kal vo hamse dijital napharat karte hain,
hamen aunlaaen dekhte hi auphlaaen ho jaate hain.
बेवफा लोग बढ़ रहे हैं धीरे धीरे,
इक शहर अब इनका भी होना चाहिए…
bevphaa log badh rahe hain dhire dhire,
ek shahar ab enkaa bhi honaa chaahia
आँखें थक गई है आसमान को देखते देखते
पर वो तारा नहीं टूटता ,जिसे देखकर तुम्हें मांग लूँ
रुठुंगा अगर तुजसे तो इस कदर रुठुंगा की ,,
ये तेरीे आँखे मेरी एक झलक को तरसेंगी !!
ruthungaa agar tujse to es kadar ruthungaa ki ,,
ye terie aankhe meri ek jhalak ko tarsengi !!
तुझसे अच्छे तो जख्म हैं मेरे ।
उतनी ही तकलीफ देते हैं जितनी बर्दास्त कर सकूँ
tujhse achchhe to jakhm hain mere ।
utni hi takliph dete hain jitni bardaast kar sakun
मेरी हर आह को वाह मिली है यहाँ…..
कौन कहता है दर्द बिकता नहीं है !
meri har aah ko vaah mili hai yahaan…..
kaun kahtaa hai dard biktaa nahin hai !
तुमने समझा ही नहीं और ना समझना चाहा,
हम चाहते ही क्या थे तुमसे “तुम्हारे सिवा
0 Comments